बस यु ही एक दिन एक अजनबी सा कोई आ जाता है जिंदगी बन कर जो कहता खुद को दोस्त है मेरा समहाल लेता है जाने क्यू कई बार गिरने पर मुझको समझने की कोशिश करता है कई बार, हँसने की कोशिश करता है कई बार, जिसकी बातों में मेरे लिए परवाह झलकती है जिसकी ख्वाहिशे मेरी क़िस्मत को बदलने की है बिना किसी हक़ के ही हक़ जतना उनकी आदत है बिना कुछ कहे सब समझ जाने की आदत है उनकी। बस यू ही एक दिन एक अजनबी सा कोई आ जाता है जिंदगी बन कर...... :आप को हमारा ब्लॉग कैसा लगा हमें ज़रूर बताए ,मिलते है अगले ब्लॉग के साथ नमस्कार ।। :We will glad with your valuable Suggestions and reviews, thank you ! -Az👤 【Avoice63】°©